एचएमपीवी (HMPV) का पूरा नाम ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (Human Metapneumovirus) है। यह एक श्वसन वायरस है, जो इंसानों में सांस से संबंधित बीमारियों का कारण बनता है। यह वायरस बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों को अधिक प्रभावित करता है।
एचएमपीवी के लक्षण-
एचएमपीवी संक्रमण के लक्षण हल्के से गंभीर तक हो सकते हैं। इसके आम लक्षण निम्नलिखित हैं:
1. सर्दी-जुकाम: नाक बहना या बंद होना।
2. खांसी: हल्की या गंभीर खांसी।
3. बुखार: हल्का या तेज बुखार।
4. सांस लेने में दिक्कत: विशेष रूप से गंभीर मामलों में।
5. थकान और कमजोरी।
6. गले में खराश।
7. घरघराहट (Wheezing): विशेष रूप से बच्चों में।
संक्रमण कैसे फैलता है?
एचएमपीवी मुख्य रूप से सांस की बूंदों (Respiratory Droplets) के माध्यम से फैलता है, जैसे:
संक्रमित व्यक्ति के खांसने या छींकने पर।
संक्रमित सतहों को छूने के बाद अपने मुंह, नाक या आंखों को छूने से।
किसे अधिक खतरा है?
शिशु और छोटे बच्चे।
बुजुर्ग।
अस्थमा, सीओपीडी या हृदय रोग वाले लोग।
कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोग।
उपचार-
एचएमपीवी के लिए अभी तक कोई विशिष्ट एंटीवायरल दवा या टीका उपलब्ध नहीं है। उपचार आमतौर पर लक्षणों को प्रबंधित करने के लिए होता है:
1. बुखार और दर्द के लिए पेरासिटामोल या इबुप्रोफेन।
2. तरल पदार्थों का सेवन बढ़ाना ताकि डिहाइड्रेशन न हो।
3. गंभीर मामलों में ऑक्सीजन थेरेपी या अस्पताल में भर्ती की आवश्यकता हो सकती है।
रोकथाम-
1. हाथ धोना: नियमित रूप से साबुन और पानी से हाथ धोएं।
2. सांस की स्वच्छता का ध्यान रखें: खांसते या छींकते समय मुंह और नाक को ढकें।
3. भीड़भाड़ वाले स्थानों से बचें।
4. साफ-सफाई बनाए रखें।
एचएमपीवी शिशुओं और कमजोर लोगों के लिए गंभीर हो सकता है, इसलिए यदि लक्षण बढ़ते हैं तो डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें।
-- ✒️ डॉ. हरिशंकर खेड़िया
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