प्रश्नः पोलियो क्या है? उतर पोलियो एक संक्रामक रोग है जो पोलियो विषाणु से मुख्यतः छोटे बच्चों में होता है। यह बीमारी बच्चें के किसी भी अंग को जिन्दगी भर के लिये कमजोर कर देती है। पोलियो लाईलाज है क्योंकि इसका लकवापन ठीक नहीं हो सकता है बचाव ही इस बीमारी का एक मात्र उपाय है प्रश्नः पोलियो कैसे फैलता है? उतरः मल पदार्थ में पोलिया का वायरस जाता है। ज्यादातर वायरस युक्त भोजन के सेवन करने से यह रोग होता है। यह वायरस श्वास तंत्र से भी शरीर में प्रवेश कर रोग फैलाता है। प्रश्नः कैसे होती है पोलियो की पहचान? उतरः पोलियो स्पाइनल कॉर्ड व मैडुला की बीमारी है। स्पाइनल कॉर्ड मनुष्य का वह हिस्सा है जो रीड की हड्डी में होता है। पोलियो मॉंसपेशियों व हड्डी की बीमारी नहीं है। प्रश्नः क्या पोलियो विषाणु से हमेशा लकवापन होता है? नहीं, पोलियो वासरस ग्रसित बच्चों में से एक प्रतिशत से भी कम बच्चों में लकवा होता है। प्रश्नः पोलियो बच्चों में ही क्यों ज्यादा होता है? उतरः बच्चों में पोलियों विषाणु के विरूद्व किसी प्रकार की प्रतिरोधक क्षमता नहीं होती है इसी कारण यह बच्चों में होता है। प्रश्नः पोलियो से बचने के उपाय? उतरः पोलियो विषाणु के विरूद्व प्रतिरोधक क्षमता उत्पन्न के लिए 'नियमित टीकाकरण कार्यक्रम' व 'पल्स पोलियो अभियान के उन्तर्गत पोलियों वैक्सीन की खुराकें दी जाती है। ये सभी खुराके 05 वर्ष से कम उम्र के सभी बच्चों के लिये अत्यन्त आवश्यक है। प्रश्नः पोलियो वैक्सीन में कौनसी दवा होती है? उतरः ओरल पोलियो वैक्सीन का आविष्कार रूसी वैज्ञानिक डॉ. अल्बर्ट सेबिन ने सन् 1961 में किया था। ओर पोलियो वैक्सीन में विशेष प्रकिया द्वारा निष्क्रिय किये गये पोलियो के जीवित विषाणु होते हैं। इस विशेष प्रकिया में पोलियो विषाणु की बीमारी पैदा करने की क्षमता समाप्त कर दी जाती है, परन्तु से पोलियो बीमारी के विरूद्व प्रतिरोधक क्षमता उत्पन्न करती है। प्रश्नः नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के अन्तर्गत पोलियो की दवाई कब पिलाई जानी चाहिए? उतरः जन्म पर, छठे, दसवें, व चौदहवें सप्ताह में फिर 16 से 24 माह की आयु के मध्य बूस्टर खुराक दी जानी चाहिए। पोलियो की खुराक बार-बार क्यों पिलायी जाती है? उतरः बार-बार और एक साथ खुराक पिलाने से पूरे क्षेत्र के 05 वर्ष तक की आयु के सभी बच्चों में इस बीमारी से लडने की एक साथ क्षमता बढती है, और इससे पोलियो विषाणु को किसी भी बच्चे के शरीर में पनपने की जगह नहीं मिलेगी, जिससे पोलियो का खात्मा हो जायेगा। प्रश्नः क्या नवजात शिशु को यह दवा पिलानी जरूरी है? उतरः जी हॉं बहुत जरूरी है। यह खुराक 1 घण्टे के नवजात शिशु को भी पिलानी जरूरी है निश्चित होकर अपने नवजात शिशु को पोलियो की खुराक दिलाऍं इससे किसी भी प्रकार का कोई खतरा नहीं है। प्रश्नः जो बच्चा 5 से 8 बार पहले भी खुराक पी चुका हो, तो क्या फिर से उसे खुराक पिलानी चाहिए? उतर जी हॉं कोई भी बच्चा तक तक सरक्षित नहीं है जब तक पोलियो के विषाणु का वातावरण से पूरी तरह सफाया नहीं हो जाता है। प्रश्नः अगर बच्चा पोलियो की खुराक पीने के बाद उल्टी कर देता है तो क्या करना चाहिए? उतरः बच्चे को पोलियो की खुराक दुबारा पिलानी चाहिए। प्रश्नः अगर बच्चें के दस्त लगें हो या बुखार हो तो क्य बच्चें को पोलियो की खुराक देनी चाहिए? उतरः हॉं बच्चे को बुखार, उल्टी, दस्त है तब भी पोलियो की खुराक देनी चाहिए। प्रश्नः अगर बच्चें को नियमित टीकाकरण से पोलियो की खुराक मिल गयी हो तो क्या फिर भी अभियान में पोलियो की खुराक देने की आवश्यकता है? उतरः हॉं अभियान के दौरान पिलाई गई खुराके अतिरिक्त खुराकें है। नियमित टीकाकरण के साथ इनको भी बच्चों को देना अत्यन्त आवश्यक है। प्रश्न जिन बच्चो ने टीकाकरण के दौरान 1 या 2 दिन पहले पोलियो ड्रॉप पी हो तो भी क्या उन्हे अभियान के दौरान यह दवा पिलानी चाहिए? उतरः हॉं यदि बच्चे ने नियमित टीकाकरण के दौरान 1 या 2 दिन पहले भी दवा पी हो तो भी उसे अभियान के दौरान पोलियो ड्रॉप पिलानी चाहिए। |
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